Friday, March 28, 2008

श्री अष्टलक्श्मी


अष्ट लक्श्मि पाहिमां
अच्युतप्रियॆ पाहिमां
अमर व्रुन्द वन्दितॆ पाहिमां
अति तॆज शोभितॆ पाहिमां


धन प्रदाते धन लक्श्मि पाहिमां
विध्या दाते विद्या लक्श्मि पाहिमां
धैर्य प्रदाते धैर्य लक्श्मि पाहिमां
विजयदाते विजयलक्श्मि पाहिमां

धान्य दाते धान्य लक्श्मि पाहि मां
संतान दाते संतानलक्श्मि पाहिमां
गजवाहिनि गजलक्श्मि पाहिमां
सौभाग्य दायिनि सौभाग्य लक्श्मि पाहिमां

अष्ट लक्श्मि रूपेण पूजिते पाहिमां
अष्ट दिक्पालक पूजितॆ पाहिमां
अष्टैश्वर्य प्रदायिनी पाहिमां
अष्टाक्शर प्रिय नारायण वल्लभे पाहिमां

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